भारत सरकार द्वारा संगठित क्षेत्र के मजदूरों की सहायता प्रदान करने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है।और इस स्वास्थ्य बीमा के तहत परिवार के पांच सदस्यों को हर साल ₹30000 दिया जा रहा है।यदि आप असंगठित क्षेत्र के मजदूर या श्रमिक हैं तो आप सरकार से अपने और अपने परिवार के कुल 5 सदस्यों के लिए यह स्वास्थ्य बीमा कवरेज ले सकते हैं।
केंद्र सरकार इस योजना के जरिए देश के सभी दैनिक मजदूर श्रमिकों और रेहड़ी पटरी वालों को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान कर रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको इसमें आवेदन करना होगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ।
- इस योजना का लाभ असंगठित क्षेत्र के मजदूर और गरीबी रेखा से नीचे जीवन गुजार रहे लोगों को दिया जा रहा है।ला
- लाभार्थी अपने अलावा अपने परिवार के चार और सदस्य का इलाज भी फ्री में करवा सकते हैं।
- पात्र व्यक्ति को हर साल 30000 रूपए तक का स्वास्थ्य बीमा कवरेज दिया जाएगा।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल व्यक्तियों के लिए अस्पताल में रहने,दवा लेने,और भी सभी चिकित्सा प्रक्रिया पूरी तरह से कैशलेस होती है।
- लाभार्थी को एक बायोमेट्रिक स्मार्ट कार्ड दिया जाता है जिस की मदद से वो इसका लाभ ले सकते हैं।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्ति को कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ता है।
- इस योजना में व्यक्ति के अस्पताल जाने और वापस आने के लिए परिवार में होने वाले खर्च को भी शामिल किया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए जरूरी दस्तावेज।
- आधार कार्ड
- बीपीएल राशन कार्ड
- पहचान पत्र
- मनरेगा जॉब कार्ड
- परिवार के चार अन्य सदस्यों का आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए पात्रता।
- आवेदन करने वाला मूल्य रूप से भारतीय होना चाहिए।
- इसमें आवेदन केवल असंगठित क्षेत्र के मजदूरी कर सकते हैं।
- एक परिवार से अधिकतम पांच सदस्य ही योजना का लाभ ले सकते हैं।
- इस योजना का लाभ केवल बीपीएल कार्ड वाले को ही दिया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए अवेदन कैसे करे?
- इस योजना का लाभ लेने के लिए पात्र व्यक्ति को कहीं भी जाकर आवेदन करने की ज़रूरत नहीं है।
- भारत सरकार द्वारा सभी सर्वेक्षण एजेंसियों को ऐसे निर्देश दिए गए हैं कि वह हर जगह जगह जाकर गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की सूचित तैयार करें।
- उसके बाद यह सूची को सभी प्रमुख बीमा कंपनियों के पास भेज दी जाती है।
- फिर बीमा कंपनियों द्वारा पात्र परिवारों तक अपने एजेंट को भेज कर राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना में शामिल करने का काम किया जाता है।
- सभी बीमा कंपनियां दूर दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में अपने कैंप लगाएगी और पात्र व्यक्तियों का पंजीकरण कराया जाएगा।
- पंजीकरण होने के बाद लाभार्थियों के बायोमैट्रिक डाटा कलेक्ट किए जाते हैं।
- बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के आधार पर ही लाभार्थी का स्वास्थ्य बीमा कार्ड अर्थात स्मार्ट कार्ड बनेगा।
- इस कार्ड में आवेदक व्यक्ति और उसके परिवार के अन्य सदस्यों का भी बायोमेट्रिक विवरण शामिल होगा।
- इस कार्ड को बनाने के लिए आपको ₹30 का भुगतान करना होगा।
- भुगतान करने के कुछ समय बाद आपको ये स्मार्ट कार्ड दे दिया जाएगा।